Russia - Ukraine War:
The Seeds of Third World War
लेखक :
विष्णु कान्त शर्मा
अशोक कुमार शर्मा
ISBN 978-93-91984-69-4
Hardbound
Price: Rs. 1450.00
pp.: 424
विश्व वर्तमान में युद्ध एवं रणनीतिक चालों के दौर से गुजर रहा है।
कुछ देश नाटो को सशक्त बनाना चाहते है, कुछ नाटो की छत्र-छाया में जीना चाहते
हैं तो कुछ देश नाटो को अपने पड़ौस में भी नहीं देखना चाहते। इजराइल एवं यूक्रेन
नाटो के सदस्य नहीं है लेकिन एक गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा रखते है। यदि सत्यता के
साथ कहें तो रूस-यूक्रेन युद्ध 2022-25 के लिये कुछ सीमा तक यूक्रेन की नाटो
का सदस्य बनने की जिद, कई यूरोपीय देशों का अपना स्वार्थ एवं अमेरिका के अपने रणनीतिक हित
उत्तरदायी हैं। तीन साल से अधिक समय के युद्ध के बाद आज यूक्रेन की स्थिति क्या है?
यूक्रेन
के नागरिकों विशेषकर, महिलाओं और बच्चों की हालत क्या है? इस युद्ध से न
केवल मानवता आहत हुयी है अपितु पर्यावरण की भी अपूरणीय क्षति हुयी है। यूक्रेन
जैसे सम्पंन देश की अवसंरचना धराशायी हो चुकी है। पूरा देश खण्डहर में बदल चुका
है। विश्व का सबसे बड़ा कार्गो प्लेन रखना वाला देश आज दूसरों से हथियार व गोला
बारूद मांगने के लिये हाथ फैलाये खड़ा है। भारी मशीनरी निर्यात करने वाला देश आज
आयात के लिये दूसरों पर निर्भर है। विकास के लिये युद्ध नहीं शांति की आवश्यकता
होती है। अमेरिका एवं यूरोपीय संघ ने रूस की खिलाफ
युद्ध के प्रारंब में ही प्रतिबंध लगाये। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बयानों से अमेरिका
एवं उसके सहयोगियों के बीच दूरियाँ बड़ रहीं हैं। ट्रम्प के रुख ने की देशों को दूसरा
मार्ग अपनाने को विवश किया है। 24 फरवरी 2022 से प्रारंभ यह युद्ध आज 2025 के मध्य
में भी जारी है। युद्ध की तीव्रता बदती ही ज रही है।
डाॅ. विष्णुकान्त शर्मा, जन्म 28 दिसम्बर, 1958, बिलौआ जिला ग्वालियर मध्यप्रदेश। शिक्षा—एम.एस-सी. (सैन्य विज्ञान) जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर, पी-एच.डी. (रक्षा अध्ययन), पं. रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, एल.एल.बी. जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर। सैन्य विज्ञान विषय की स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर की पुस्तकों के लेखक, जिनमें ‘‘एन.सी.सी. परिचय एवं प्रशिक्षण’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 1991, ‘‘रासायनिक युद्ध की तकनीक’’ मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, 1994, ‘‘एन.सी.सी. कैडेट्स मिलिट्री ट्रेनिंग’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 1994, ‘‘कारगिल संघर्ष और उसके बाद’’, प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2005, ‘‘ग्वालियर एवं पश्चिमी बुन्देलखण्ड के दुर्ग एवं गढ़ियाँ’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2013, ‘‘महारानी लक्ष्मीबाई का सैन्य नेतृत्व’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2017, ‘‘आतंकवाद एवं आन्तरिक सुरक्षा’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2019, प्रकाश बुक डिपो, बरेली, ‘‘भारत-नेपाल संबंध’’ प्रतीक्षा पब्लिकेशन्स, जयपुर, 2019, ‘‘सूचना का अधिकार अधिनियम 2005’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2021, ‘‘भारत का सैन्य इतिहास’’ मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, 2022, “पश्चिमी एशिया, भारत एवं संयुक्त राष्ट्र’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2022, ‘‘सैन्य विज्ञान के आधारभूत तत्व’’ मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, 2022, “1857 का स्वतंत्रा संग्राम एवं बाबू कुंअर सिंह’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2024 , “हमास-इजरायल युद्ध 2023-24 के नवीन सामरिक आयाम’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2025, तथा “रूस - यूक्रेन युद्ध : तृतीय विश्व युद्ध के बीज’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2025, हैं। राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों में अनेक शोध पत्र प्रस्तुत। दो दर्जन से अधिक शोध पत्र प्रकाशित। जरनल आॅफ एकेडेमिक सोसायटी आॅफ डिफेन्स स्टडीज, रायपुर के संस्थापक सदस्य एवं सम्पादक। मार्गदर्शन में 14 शोध छात्रों को पी-एच.डी. की उपाधि अवार्ड। मार्गदर्शन में 3 पी-एच.डी. के छात्र शोधरत्। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रायोजित 3 शोध प्रोजेक्ट पर कार्य किया। एक शोध प्रोजेक्ट पर कार्यरत। रक्षा अध्ययन, इतिहास एवं सामाजिक विज्ञान की अनेक संस्थाओं के आजीवन सदस्य। एन.सी.सी. के पूर्व कमीशन प्राप्त अधिकारी। आकाशवाणी पर वार्ताओं का प्रसारण। अनेक लघु कथाओं एवं कविताओं का प्रकाशन। संस्कार भारती, मध्य भारत ग्वालियर द्वारा इतिहास एवं पुरातत्व में शोधपरक लेखन के लिए जुलाई 2009 में कला गुरु सम्मान से सम्मानित। 1980 से मध्यप्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में सैन्य विज्ञान/रक्षा अध्ययन विषय का सतत् अध्यापन। यथा, एम.जे.एस. शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिण्ड, शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर (अब छत्तीसगढ़), शासकीय स्नातक महाविद्यालय, आलमपुर एवं शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय, ग्वालियर में पदस्थ रहे। वर्तमान में प्राध्यापक एवं अध्यक्ष, सैन्य विज्ञान, शोध एवं स्नातकोत्तर विभाग, महारानी लक्ष्मीबाई शासकीय स्वशासी (उत्कृष्ट) महाविद्यालय, ग्वालियर में पदस्थ रहे।
डाॅ. अशोक कुमार शर्मा —जन्म 15 अक्टूबर 1966, भोपाल (मध्य प्रदेश )। प्रो 0 अशोक कुमार शर्मा (मकसूदन माहराज ), शासकीय मोतीलाल विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भोपाल में, रक्षा एवं कूटनीतिक अध्ययन विभाग में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं व वर्तमान में क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा, भोपाल नर्मदापुरम संभाग भोपाल में संलग्न हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति चेतना, युवाओं में राष्ट्रहित की भावनाओं के संचार के साथ ही सामाजिक समरसता व आध्यात्मिकता हेतु विचारक व ओजस्वी वक्ता, प्रोफेसर शर्मा श्रीमद भागवद महापुराण, श्री रामकथा और अंक ज्योतिष के माध्यम से भी लगातार काम कर रहे हैं। अपने छात्र जीवन में ही डॉ शर्मा ने युवा वर्ग के लिए साप्ताहिक समाचार “तरुण क्षितिज” का सम्पादन किया है। दैनिक अखबार में राजनीतिक संवाददाता भी रहे हैं। डाॅ. विष्णु कान्त शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक “1857 का स्वतंत्रा संग्राम एवं बाबू कुंअर सिंह’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2024 के संपादक तथा “हमास-इजरायल युद्ध 2023-24 के नवीन सामरिक आयाम’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 2025 के सहलेखक। प्रोफेसर शर्मा का 34 वर्षों का अध्यापाक अनुभव, राष्ट्रीय संगोष्ठियों/ webinar/ कार्य शालाओं में भाग लेने के साठ ही, शोधपत्रों तथा लेखों के प्रकाशन, शोध पत्रिकाओं में हो चुके हैं।
विषय सूची
आमुख
यूक्रेन एवं रूस का भू-सामरिक परिचय
रूस-अमेरिका शीत युद्धकालीन स्थिति
भारत के यूक्रेन एवं रूस से सम्बंध
यौद्धिक कार्यवाही—फरवरी, 2022 से दिसम्बर, 2022
यौद्धिक कार्यवाही—जनवरी, 2023 से दिसम्बर, 2023
यौद्धिक कार्यवाही—जनवरी, 2024 से दिसम्बर, 2024
यौद्धिक कार्यवाही—जनवरी, 2025 से वर्तमान तक
युद्ध की रोकथाम के प्रयास
रूस-यूक्रेन युद्ध की सामरिक मीमांसा
परमाणु हथियारों पर वैश्विक व्यय
संदर्भ ग्रंथ