11.3.23

पश्चिम एशिया, भारत एवं संयुक्त राष्ट्र

 

West Asia, India and U.N.





लेखक : विष्णु कान्त शर्मा, भगवान सिंह राजपूत 


ISBN 978-93-91984-13-7 

Hardbound

Price: Rs. 950.00

pp.: 272 


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प्रस्तुत पुस्तक में यही विनम्र प्रयास रहा है कि पश्चिम एशिया में संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका को उजागर करके उसके द्वारा किये गये कार्यों को विश्व के समक्ष रखकर उसकी कमियों की ओर भी इंगित किया जावे जिससे भविष्य में विश्व में शांति की स्थापना में उसकी अहम भूमिका रहे।


डाॅ. विष्णुकान्त शर्मा, जन्म 28 दिसम्बर, 1958, बिलौआ जिला ग्वालियर मध्यप्रदेश। शिक्षा—एम.एस-सी. (सैन्य विज्ञान) जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर, पी-एच.डी. (रक्षा अध्ययन), पं. रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, एल.एल.बी. जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर। सैन्य विज्ञान विषय की स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर की पुस्तकों के लेखक, जिनमें ‘‘एन.सी.सी. परिचय एवं प्रशिक्षण’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 1991, ‘‘रासायनिक युद्ध की तकनीक’’ मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, 1994, ‘‘एन.सी.सी. कैडेट्स मिलिट्री ट्रेनिंग’’ प्रकाश बुक डिपो, बरेली, 1994, ‘‘कारगिल संघर्ष और उसके बाद’’, 2005, ‘‘ग्वालियर एवं पश्चिमी बुन्देलखण्ड के दुर्ग एवं गढ़ियाँ’’ 2013, ‘‘महारानी लक्ष्मीबाई का सैन्य नेतृत्व’’ 2017, ‘‘आतंकवाद एवं आन्तरिक सुरक्षा’’, 2019, प्रकाश बुक डिपो, बरेली, ‘‘भारत-नेपाल संबंध’’ प्रतीक्षा पब्लिकेशन्स, जयपुर, 2019, ‘‘सूचना का अधिकार अधिनियम 2005’’, 2021, प्रकाश बुक डिपो, बरेली, ‘‘भारत का सैन्य इतिहास’’, 2022, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल तथा ‘पश्चिमी एशिया, भारत एवं संयुक्त राष्ट्र’’, 2022, प्रकाश बुक डिपो, बरेली हैं। राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों में अनेक शोध पत्र प्रस्तुत। दो दर्जन से अधिक शोध पत्र प्रकाशित। जरनल आॅफ एकेडेमिक सोसायटी आॅफ डिफेन्स स्टडीज, रायपुर के संस्थापक सदस्य एवं सम्पादक। मार्गदर्शन में 14 शोध छात्रों को पी-एच.डी. की उपाधि अवार्ड। मार्गदर्शन में 3 पी-एच.डी. के छात्र शोधरत्। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रायोजित 3 शोध प्रोजेक्ट पर कार्य किया। एक शोध प्रोजेक्ट पर कार्यरत। रक्षा अध्ययन, इतिहास एवं सामाजिक विज्ञान की अनेक संस्थाओं के आजीवन सदस्य। एन.सी.सी. के पूर्व कमीशन प्राप्त अधिकारी। आकाशवाणी पर वार्ताओं का प्रसारण। अनेक लघु कथाओं एवं कविताओं का प्रकाशन। संस्कार भारती, मध्य भारत ग्वालियर द्वारा इतिहास एवं पुरातत्व में शोधपरक लेखन के लिए जुलाई 2009 में कला गुरु सम्मान से सम्मानित। 1980 से मध्यप्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में सैन्य विज्ञान/रक्षा अध्ययन विषय का सतत् अध्यापन। यथा, एम.जे.एस. शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिण्ड, शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर (अब छत्तीसगढ़), शासकीय स्नातक महाविद्यालय, आलमपुर एवं शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय, ग्वालियर में पदस्थ रहे। वर्तमान में प्राध्यापक एवं अध्यक्ष, सैन्य विज्ञान, शोध एवं स्नातकोत्तर विभाग, महारानी लक्ष्मीबाई शासकीय स्वशासी (उत्कृष्ट) महाविद्यालय, ग्वालियर में पदस्थ।

डाॅ. भगवान सिंह राजपूत—जन्म 9 नवम्बर, 1975, ग्राम दूवरा, जिला धौलपुर (राजस्थान)। शिक्षा—एम.ए. भूगोल, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर, एम.एस.-सी.—सैन्य विज्ञान, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर, पी-एच.डी. सैन्य विज्ञान, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर। तीन शोध पत्र प्रकाशित। शोध संगोष्ठियों में शोध पत्र वाचन। अशासकीय महाविद्यालय में अध्यापन अनुभव। वर्तमान में समाजसेवा एवं शोध क्षेत्र में कार्यरत।



विषय सूची

आमुख
प्रस्तावना

राष्ट्र संघः उत्पत्ति एवं भूमिका
संयुक्त राष्ट्र संघ—स्थापना
संयुक्त राष्ट्र संघ चार्टरः उद्धेश्य, सिद्धांत एवं संघ के प्रमुख अंग
सुरक्षा परिषदः संगठन, कार्य, अधिकार एवं विशेषाधिकार की व्यवस्था
तेल राजनीति और खाड़ी युद्ध
पश्चिम एशियाः आतंकवाद, अस्थिरता इराक, ईरान, इजरायल एवं संयुक्त राष्ट्र संघ
निष्कर्ष एवं सुझाव

संदर्भ
संदर्भ ग्रंथ सूची
मानचित्र


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